उत्तराखंड

Rishikesh Accident: अभी भी लापता हैं महिला अधिकारी, जारी है सर्च ऑपरेशन; ये थी हादसे की असली वजह

चीला मार्ग पर चीला जलविद्युत गृह के समीप सोमवार शाम हुई सड़क दुर्घटना के घायलों में से दो की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। जबकि तीन घायलों को एम्स ऋषिकेश से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं चीला नहर में लापता वन्य जीव प्रतिपालक का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। एसडीआरएफ की टीम लापता महिला वनाधिकारी की तलाश में जुटी हैं।

सोमवार शाम चीला मार्ग पर राजाजी टाइगर रिजर्व (आरटीआर) की चीला रेंज का एक बैटरी चालित इंटरसेप्टर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना तब हुई जब चीला रेंज में लाए गए इस नए वाहन की टेस्टिंग की जा रही थी। वाहन में राजाजी पार्क के कई अधिकारी-कर्मचारियों सहित वाहन निर्माता कंपनी के कर्मचारी भी सवार थे

चीला पावर हाउस से करीब 100 मीटर आगे ऋषिकेश की ओर अचानक वाहन का पिछला टायर फट जाने से वाहन अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकराने के बाद चीला शक्ति नहर के पैराफीट से जा टकराया था। इस दुर्घटना में चीला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) शैलेश घिल्डियाल, उप वन क्षेत्राधिकारी (डिप्टी रेंजर) प्रमोद ध्यानी, चालक सैफ अली खान तथा अक्षा ग्रुप दिल्ली के कर्मचारी कुलराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पांच घायलों को एम्स की ट्रामा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था।

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि घायलों में अंकुश की स्थिति गम्भीर बनी हुई है, जिसे ट्रामा इमरजेंसी के रेड एरिया में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज कर रहे ट्रामा विभाग के सर्जन डा. नीरज कुमार के अनुसार अंकुश की छाती, पेट और रीढ़ की हड्डी में गम्भीर चोटें आई हैं।

ट्रामा चिकित्सकों के अनुसार दूसरे घायल पशु चिकित्साधिकारी डा. राकेश नौटियाल भी अभी ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। डा. नौटियाल के दोनों पैरों में फ्रैक्चर है व छाती व चेहरे में भी गहरी चोटें आई हैं। दुर्घटना के अन्य तीन घायलों अमित सेमवाल, अश्विन बीजू और हिमांशु की हालत सामान्य होने पर उन्हें मंगलवार देर शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

चीला वाहन हादसे में जान गंवाने वाले सभी चार लोगों का मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में पोस्टमार्टम कराया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव उनके स्वजन को सुपुर्द किए। जिसके बाद वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल व उप वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी का अंतिम संस्कार खड़खड़ी घाट हरिद्वार में किया गया। जबकि चालक सैफ अली खान का शव स्वजन सुपुर्द-ए-खाक के लिए कोटद्वार ले गए। वहीं दिल्ली निवासी कुलराज के शव का यहां पहुंचे उनके स्वजन ने ऋषिकेश क्षेत्र में ही गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया।

वन मंत्री ने घटनास्थल पर पहुंचकर लापता महिला अधिकारी की तलाश के लिए चलाए जा रहे सर्चिंग ऑपरेशन का भी जायजा लिया। उन्होंने एसडीआरएफ के अधिकारियों को सर्चिंग अभियान में तेजी लाने तथा अन्य विकल्पों पर भी विचार करने की बात कही।

राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे में लापता वन्य जीव प्रतिपालक का दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल पाया। एसडीआरएफ ने 19 गोताखोरों को सर्चिंग अभियान में उतारा है। इस हादसे में राजाी टाइगर रिजर्व में तैनात वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी चीला शक्ति नहर में गिरने के बाद लापता हो गई थी। हादसे के बाद से ही लापता वन्य जीव प्रतिपालक की तलाश के लिए एसडीआरएफ ने सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया था।

ऋषिकेश-चीला मार्ग पर सोमवार शाम हुई सड़क दुर्घटना की जांच के लिए मंगलवार शाम परिवहन विभाग की तकनीक टीम मौके पर पहुंची। तकनीकी टीम के अनुसार दुर्घटना का कारण टायर फटना नहीं बल्कि प्रथम दृष्टया चालक का वाहन से नियंत्रण खोना सामने आया है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।

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