उत्तराखंड में केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस ने जहां पूर्व विधायक मनोज रावत पर भरोसा जताया है. वहीं भाजपा ने भी पूर्व विधायक आशा नौटियाल को उम्मीदवार बनाया है. दोनों ही पूर्व विधायक रह चुके हैं. उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है. केदारनाथ उपचुनाव में 29 अक्टूबर को नामांकन की आखिरी तारीख है. आशा नौटियाल केदारनाथ विधानसभा से दो बार विधायक रह चुकी हैं और पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं. इसके अलावा नौटियाल बूथ सशक्तिकरण अभियान की प्रदेश सहसंयोजक भी हैं.
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस में कई दावेदार थे, जिसमें पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, जिला अध्यक्ष कुंवर सजवान, लक्ष्मण रावत जैसे नामों के साथ ही अन्य कई नाम शामिल हैं. हालांकि इन सब को पीछे छोड़ते हुए कांग्रेस ने पूर्व विधायक मनोज रावत को टिकट दिया है. कांग्रेस ने 27 अक्टूबर को टिकट की घोषणा की है, लेकिन एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, केदारनाथ विधानसभा के सीनियर ऑब्जर्वर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, उप नेता प्रतिपक्ष भवन कापड़ी, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के साथ ही पूर्व विधायक मनोज रावत ने राज्य में जमीनों के मामले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसके बाद ही सब जाहिर हो गया था कि पार्टी ने पूर्व विधायक मनोज रावत पर भरोसा जताया है.