पिथौरागढ़:- आदि कैलाश के दर्शन कर लौट रहे श्रदालुओं की कार 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। इससे छह लोगों की मौत हो गई। हादसा धारचूला तहसील मुख्यालय से करीब 23 किमी दूर पांगला तंपा मंदिर के समीप हुआ। हादसे के बाद अंधेरा होने की वजह से डेडबॉडी रिकवर नहीं की अफसरों ने कहा कि बुधवार की सुबह डेडबॉडी को निकालने के लिए टीमों को लगाया जाएगा।
16 दिन पहले बीते आठ अक्टूबर को भी इसी मुख्य मार्ग पर चट्टान का बड़ा हिस्सा चलते वाहन पर टूटकर गिरने से सात लोगों की मौत हो गई थी, जिनके शव मलबे के ढेर से 24 घंटे बाद निकाले जा सके। जानकारी के मुताबिक एक टैक्सी वाहन दोपहर एक बजे के करीब मंदिर के पास वाहन बेकाबू होकर खाई में गिर गया।
पहाड़ी से टकराता काली नदी के किनारे तक जा पहुंचे वाहन के परखच्चे उड़ गए। पीछे से आ रहे दूसरे वाहन में सवार लोगों ने घटना की जानकारी किसी तरह जिला प्रशासन को दी। इसके बाद मंे पांगला पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पहुंची। ये सभी लोग आदि कैलाश के दर्शन कर लौट रहे थे।
रास्ते में उनकी कार अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी, जिससे सभी की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हादसे के बाद अंधेरा होने की वजह से शवों को निकाला नहीं जा सका। बुधवार की सुबह तलाशी अभियान शुरू किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा, लखनपुर के पास काली नदी के पास हुआ। पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक ;एसपीद्ध लोकेश्वर सिंह ने इस संबंध में बताया कि घटना देर शाम धारचूला- लिपुलेख मार्ग पर हुई। यहां छह लोग आदि कैलाश के दर्शन कर कार से वापस लौट रहे थे। उसी दौरान काली नदी के पास कार अनियंत्रित हो गई और कार नदी में जा गिरी।
जब आसपास के लोगों की नजर पड़ी तो तुरंत सूचना पुलिस प्रशासन को दी. सूचना के बाद अफसर मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। अंधेरा होने की वजह से तलाशी अभियान शुरू नहीं हो सका।
एसपी ने बताया कि हादसे में कार सवार सभी छह लोगों की जान चली गई। मृतकों में दो बेंगलुरु, दो तेलंगाना और दो उत्तराखंड के रहने वाले थे। घटना के बाद अंधेरे की वजह से शवों को निकालने का काम शुरू नहीं किया जा सका।