नरेन्द्रनगर (अरुण नेगी):– ग्राम पंचायत डौंर का कांडा क्षेत्र व ग्राम पंचायत बडेडा को नगर पालिका परिषद नरेंद्रनगर में शामिल किए जाने के उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट के फैसले का दोनों ग्राम पंचायतों ने विरोध करते हुए मंगलवार को इस संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार नरेंद्रनगर अयोध्या प्रसाद उनियाल के माध्यम से प्रेषित किये हैं।
ग्राम पंचायत डौंर व बडेडा के जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों का कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत अथवा ग्राम पंचायत का हिस्सा प्रदेश की कैबिनेट के फैसले के मुताबिक नगर पालिका नरेंद्रनगर में शामिल किए जाने की सूचना उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त हुई है। जबकि गांव या गांव क्षेत्र के हिस्से को पालिका में शामिल करने की कार्रवाई से पूर्व संबंधित ग्राम पंचायतों को अवगत कराना चाहिए था।
डौंर वासियों का कहना है कि डौंर ग्राम पंचायत का कांडा क्षेत्र को ही पालिका में शामिल करने का औचित्य कतई भी न्याय पूर्ण नहीं है। कांडा की 70% कृषि भूमि पर काश्तकारी की जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि कांडा में डौंर ग्राम पंचायत के 5% वोटर हैं।कांडा में ग्राम पंचायत की ओर से नालियों, शौचालयों, सड़क, पेयजल, विद्युत, रास्ते, यात्री शेड व चैन फेंसिंग सुरक्षा ग्राम पंचायत के जरिए पहले ही मुहैया कराई जा चुकी है। ऐसे में डौंर वासियों का कहना है कि यदि विकास के लिए पालिका में शामिल होना है तो पूरी ग्राम पंचायत को शामिल किया जाए।
वहीं बडेडा ग्राम पंचायत की खुली बैठक में बडेडा गांव को पालिका में शामिल करने का विरोध किया गया है। खुली बैठक में प्रस्ताव पारित कर ग्रामीणों का कहना है कि बडेडा क्षेत्र में ना ही कोई होटल और ना रिजॉर्ट है। वहां की शत प्रतिशत भूमि कृषि काश्तकारी की है।
ज्ञापन देने वालों में बडेडा के प्रधान राजेंद्र सिंह नेगी,डौंर ग्राम वन पंचायत के सरपंच विक्रम सिंह कैन्तुरा,उप प्रधान सुरेश सिंह कैन्तुरा, सुरेंद्र सिंह भंडारी, वीरेंद्र सिंह कैन्तुरा, उप प्रधान अजय सिंह, चंदन सिंह, पूर्ण सिंह, ब्रह्मपाल सिंह, रविंद्र सिंह, मनोरमा देवी, बिंद्रा देवी, डिंपी देवी व नूतन आदि थे।