टिहरी गढ़वाल: भल्ड़गांव के लोग पुनर्वास की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हैं।भूगर्भ वैज्ञानिकों की रिपोर्ट में साफ जिक्र किया गया था कि रोलाकोट, नकोट और भल्ड़गांव खतरे की जद में हैं।जिसके बाद पुनर्वास विभाग ने रोलाकोट और नकोट का विस्थापन कर दिया था, लेकिन भल्ड़गांव को छोड़ दिया था । जिसके चलते भल्ड़गांव के लोगो को मजबूर होकर टिहरी झील के किनारे धरने पर बैठना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने 30 जुलाई को जल समाधि लेने की चेतावनी दी थी, हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जल समाधि लेने का निर्णय उस दिन स्थगित कर दिया था और प्रशासन को दो दिन का समय दिया था।वही अगर मंगलवार तक पुनर्वास को लेकर कोई समाधान न हुआ तो वो बुधवार को जल समाधि लेंने का निणर्य ग्रमीणों द्वारा लिया गया है।